Dooriyan Shayari In Hindi

New 200+ Dooriyan Shayari In Hindi | दिल से दूर जाने वाली शायरी | अपने प्यार से दूर रहने की शायरी | रिश्तों में दूरी शायरी

दूरी कभी भी रिश्तों में बाधा बन सकती है, खासकर जब प्यार में फासले बढ़ने लगें। इसे महसूस करते हुए, हम आपके लिए कुछ खूबसूरत “Dooriyan Shayari In Hindi” लेकर आए हैं, जो आपके जज्बातों को बयां करने में मदद करेगी।

इन शायरी को दोस्तों संग साझा करें या अपने इंस्टाग्राम व व्हाट्सएप स्टेटस पर लगाएं, ताकि आपकी भावनाएं उन तक पहुंच सकें। आइए, Dooriyan Shayari In Hindi के इस सुहाने सफर का आनंद लें—हमें यकीन है कि ये शायरी आपको जरूर पसंद आएगी!

Dooriyan Shayari In Hindi | Dooriyan Shayari | Doorie Shayari | Dooriyan Shayari For Girlfriend | 2 Line Shayari On Dooriyan | Dooriyan Shayari In Hindi With Image | Unn Logo Se Dooriyan Hi Thik Hai | Dooriyan Bhi Jaroori Hain | Dooriyan Ki Na Parwah Kijiye | Dooriyan Status 2 Line

दूरी ने दिल को तन्हा कर दिया
फासले ने जज्बातों को बदल दिया
जब तक तू ना मिले नजरें उदास हो जाती
हर पल तेरा ख्याल मुझे दिल में बसा लेता
दूरी ने सिखाया है दर्द से जीना
इश्क में फासले बढ़ते ही रिश्ते कम हो जाते
खामोशी में भी तेरी यादों की गूँज सुनाई देती
जब भी तू याद आए दिल में हलचल मच जाती
दूरी ने बनायी है अनकही दास्तां
तेरे बिना हर लम्हा अधूरा सा लगता
रिश्तों में बढ़ी दूरी ने ख्वाबों को तोड़ दिया
दिल की गहराई में बस गई तेरी याद
तेरे जाने से राहें वीरान हो गई
मोहब्बत की दास्तां में अब फासला नया सा है
जब दूरियों से मिली थी सच्ची पहचान
फासलों में भी इश्क की मिठास बची रहती
तेरी यादों ने दिल को फिर से जगा दिया
हर पल तेरे ख्याल ने मुझे जीना सिखाया
दूरी में भी इश्क का रंग गहरा हो जाता
तेरे बिना रहना अब एक कहानी बन गयी

जाते हो तुम, ये एक बात तो कह दो,
कि याद करूँ तुम्हें या भूल जाऊँ इस ज़माने में।

जब तुम्हारी दूरियाँ महसूस होने लगीं,
हर बीता लम्हा तेरे संग याद आने लगा;
जितनी भी कोशिश की तुझे भुलाने की,
तू और भी करीब आ गया मेरे दिल के पास।

अपनी जीत पर घमंड मत करना,
क्योंकि एक दिन ये तेरे संग जुड़ ही जाएगी;
यदि यकीन न हो तो मिट्टी से पूछ लेना,
कि आज किसका मुकद्दर सिकंदर कहलाता है।

हालाँकि दूरियाँ बहुत हैं, पर इतना समझ लो,
सिर्फ पास रहना किसी को ख़ास नहीं बनाता;
तुम मेरे दिल के इतने करीब हो कि,
मुझे दूरियों का अहसास ही नहीं होता।

कुछ रिश्तों में दूरियाँ भी ज़रूरी होती हैं,
वरना ज़िंदगी किश्तों में कट जाती है!

सच है, दूरियाँ बढ़ गई हैं थोड़ी,
फिर भी तेरे लिए वक़्त आज भी तनहा गुजरता है।

दूरियाँ मायने नहीं रखतीं—
जब भी दिल पुकारे, बस बुला लेना;
हम आपसे कहीं दूर नहीं हैं,
अपनी पलकों से हमें मिला लेना।

रिश्तों को निभाना हर किसी के बस की बात नहीं,
कभी-कभी दूसरों की खुशी के लिए अपना दिल दुखाना पड़ता है।

अगर ज़िंदगी में प्यार का न होना, तो शायद उनके बिछड़ने का दर्द भी न होता।
अब हमें अकेले ही जीना पड़ेगा, क्योंकि हर चीज़ हमेशा पास नहीं रहती।

हे चाँद, इतना भी दूर मत रहना मुझसे,
कि तेरे बिना जीना अधूरा सा लगे।

हर बात ज़ुबां पर लाना जरूरी नहीं,
क्योंकि ज़िंदगी पूरी तरह बयां नहीं होती।
मेरी आँखों में छुपी दिल की कहानी को समझ लेना,
क्योंकि दिलों में असली दूरी शब्दों में नहीं झलकती।

जुदाई और दूरियों को कभी भूलना मत,
हर रिश्ते में जुड़ाव का ग़म नहीं होता।
जिनसे ये फासले बने हों,
उनके लिए मोहब्बत भी कम नहीं होती।

कभी-कभी दूरियाँ ही करीबियां बढ़ा देती हैं,
एक-दूसरे की यादों को फिर से जगा देती हैं।
हां, भले ही हम दूर हों,
दिल में किसी की मौजूदगी का अहसास गहराई से होता है।

मेरी कुछ कमियाँ हैं, शायद इसी कारण तुझे भुला न पाया,
हर रात जब चाँद को देखता हूँ, वो बीती यादें फिर से जाग उठती हैं।

ये दूरी इतनी अटल है कि कम न हो सके,
चाहे कितना भी पास आ जाऊँ, वो फ़ासला कायम रहता है।

जुदाई सिर्फ भौगोलिक दूरी नहीं,
बल्कि दिलों के मतभेद से भी होती है।
और असली ज़िंदगी, पैसों से नहीं,
सच्चे प्यार से ही रंगीन होती है।

समय नूर को अँधेरा बना देता है,
मामूली जख्म को नासूर में बदल देता है;
किसे अपनी जानों से जुदा होने की ख्वाहिश,
जब वक्त सबको मजबूर ही कर देता है।

ना तो तन्हाइयाँ बरसतीं, ना फासलों का एहसास होता,
काश अनजाने में मोहब्बत की बेड़ियाँ ना बन पातीं,
मेरे जीने का मकसद भी उतना ही खास है,
किसी और से कम नहीं, यह दिल की बात है।

किसे पता क्या है करीब आने का मतलब,
मुझे तो आपसे दूर होने की रहमत ही नहीं आती।

उन्हें मेरे क़ब्र के पास लाना, आखिरी सलाम सा होगा,
उस पल मेरा जिस्म सूना रहेगा, पर मेरी आत्मा वहीं झलकती रहेगी।

कृपया हमसे इतना दूर न हो जाइए,
क्योंकि आपकी यादों में ही मेरा हर दिन गुजर जाता है;
यह दिल पूछता है आपसे एक सवाल—
क्या फासलों के बावजूद आपको मेरी याद आती है?

जब आप दूर चली गईं, तो हमारी दूरी और बढ़ गई,
ये कैसी बेवफाई थी, जिसने मुझे उम्र भर के ग़म में अकेला छोड़ दिया।

अगर वह मेरा ही है, तो फिर वो मुझसे क्यों दूर है?
दूर रहकर जीने के लिए हम क्यों मजबूर हुए?
हम दोनों ने एक जैसा गुनाह किया था,
तो मेरा कसूर क्यों, और उनका बेगुनाह क्यों माना जाए?

मैं तुम्हें दूरियाँ नहीं दूँगा,
क्योंकि हर पल मेरी याद तुम्हें सताएगी;
चाहे तुम मेरी साँसें ही क्यों न ले लो,
वे हर दम तुम्हारे दिल में गूँजती रहेंगी।

बददुआ देने का हौसला हममें न था,
उन वादों के साथ जिन्हें हमने निभाने का वादा किया था;
दिल की बेड़ियों से तुम्हें आज़ाद कर दिया हमने,
जबकि तकदीर में मोहब्बत की उम्मीद सजती रही थी।

तुम अपनी चाहत से फासले बढ़ा लो,
मेरी तो जिद है—हर दुआ में तुम्हें अपना बुलाने की।

उनके पास आने का वक़्त ही नहीं मिलता,
और मुझ पर इल्ज़ाम लगा है कि फासले ही पैदा हुए।

हमारी कहानी में कुछ तो मिलती-जुलती बात है,
क्योंकि तुम्हें भी प्यार में हमारी दूरी का डर सताता है।

बार-बार दूर निगाहों से हमसे न जाओ,
दिल को इतना तड़पाओ मत,
कि एक पल भी तुम्हारे बिना हम जी न सकें;
इस एहसास को बार-बार हमारे दिल में न जगाओ।

जब प्यार ही न था,
तो वफ़ा की उम्मीद क्यूँ कर दिखाई?
कत्ल के बहाने से खुद को मुमताज बता लिया तुमने,
और वही सोच आज भी दिल को चुभ जाती है।

अगर मेरे दिल में तेरा एहसास न होता,
तो तू दूर रहकर भी मेरे करीब न होता;
मेरी धड़कनों में तेरी चाहत बस गई है,
और एक भी पल तेरे बिना खास न होता।

मुझे उस दूरी की ख्वाहिश नहीं है,
जिसे मैं हर रोज़ चुपचाप निहारता रहूँ।

अगर मैं दूर चला जाऊँ, तब भी तुम उसी अनोखे अंदाज़ में मुस्कुराते रहना,
मैं कभी हवा सा बहता हूँ—कभी तुम्हारे पास, कभी तुमसे जुदा।

उनके दूर होते ही, आँखों में नमी सी उतर गई,
ज़िन्दगी उसी से शुरू हुई और उसी पर ख़त्म हो गई;
शायद जब वो हमसे रूठकर दूर रहने लगे,
तो हमारी मोहब्बत में कुछ कमी नज़र आने लगी।

तू भी जैसे आईना बनकर बेवफ़ा निकल पड़ा,
जो चेहरे सामने आते रहे, वे सब तुझ ही प्रतिबिंब में खोते गए।

मैं तो ये फासले एक पल में मिटा देने को तैयार हूँ,
पर कभी कदम रुकते नहीं, और रास्ते अपने आप मिलते नहीं।

तुझसे दूर रहकर यूँ ही कुछ वक़्त गुज़ारा मैंने,
होंठ हिलाए बिना भी, हर पल तेरा नाम पुकारा मैंने।

कुछ शब्द निकल आए, कुछ सहम गए,
कुछ कहते-कहते ही चुप रह गए;
मैं सही, तुम उस खेल में गलत हो गए,
और अनगिनत रिश्ते बेबस ढह गए।

कृपया बंद कर दो ये झूठे मोहब्बत का ताजमहल बनाना,
क्योंकि जैसे ही सुबह की रोशनी पड़ेगी, तुम बेवफ़ा बन जाओगी!

उनकी दूरियाँ कुछ इस तरह मेल खा गई हैं,
जैसे रात में तारों को सजाया जाता है।

वो हैं ख़फ़ा हमसे या हम ही उनसे रूठ गए,
बस इसी उलझन में दूरियाँ और गहरी हो गईं।

तेरे वजूद की खुशबू साँसों में बसती है,
ये और बात है कि तू आँखों से ओझल रहता है।

दूरी से दर्द नहीं होता, जनाब,
दर्द तब होता है जब कोई पास रहकर भी खामोश रहता है।

रिश्ते वक़्त और हालात से बदल जाते हैं,
अब तेरा ज़िक्र होता है, तो हम बात ही बदल देते हैं।

हमने भी ताजमहल बनाने के सपने संजोए थे,
पर अफसोस, मेरी मुमताज ही बेवफ़ा निकल गई।

उसने मुझसे ना जाने क्यों ये दूरी कर ली,
बिछड़कर उसने मोहब्बत अधूरी कर दी,
मेरे मुक़द्दर में दर्द लिख दिया गया तो क्या हुआ,
ख़ुदा ने उसकी हर ख़्वाहिश पूरी कर दी।

तू कितना दूर है मुझसे, फिर भी मैं तुझसे क़रीब हूँ,
तुझे पाना भी नामुमकिन, तुझे खोना भी नामुमकिन।

हर इबादत के बाद लबों पे तेरा ही नाम आता है,
दूर रहो कितना भी, हर सुबह-शाम तेरा ख़्याल आ जाता है।

इस छोटी-सी उम्र में कितना कुछ लिख दिया मैंने,
उम्रें लग जाएँगी तुम्हें मुझे पूरा पढ़ने में।

जब रिश्ते ही दम तोड़ चुके हों,
तो फिर प्यार, इज़हार, गलती का एहसास,
सही-गलत… कुछ भी मायने नहीं रखता।

इरादा नहीं था तुझसे बिछड़ने का,
मगर अब मजबूरी बन गई है तुझसे दूर जाने की।

मत दिखा अपने प्यार की दीवानगी इतनी दूर से,
कभी सपनों में आकर ही सही, एक मुलाक़ात कर ले।

आज परछाई से पूछ ही लिया,
“क्यों चलते हो मेरे साथ?”
उसने भी हंसकर कहा,
“और कौन है तेरे साथ?”

यहाँ पूरी ज़िंदगी साथ देने वाला कोई नहीं, जनाब,
कुछ दिनों की दूरियाँ, कुछ दिनों का प्यार,
और फिर सारी उम्र तेरी यादों में बैठे रहना… यही नसीब है हमारा।

वो मुझे भूल गया है या अनदेखा कर रहा है?
समझ नहीं आता,
हम उसके लिए आम हो गए या कोई और खास बन गया?

तेरे झूठे वादों पर हमें आज भी यकीन है,
तो फिर क्यों नहीं लौटती तुम उन्हीं पुराने रास्तों पर…?

Dooriyan Shayari In Hindi | Dooriyan Shayari | Doorie Shayari | Dooriyan Shayari For Girlfriend | 2 Line Shayari On Dooriyan | Dooriyan Shayari In Hindi With Image | Unn Logo Se Dooriyan Hi Thik Hai | Dooriyan Bhi Jaroori Hain | Dooriyan Ki Na Parwah Kijiye | Dooriyan Status 2 Line

बहुत तकलीफ़ होती है सीने में,
जो दर्द तूने बिना वजह देकर चला गया।

दूरी ने तुझे और भी करीब कर दिया,
तेरा ख़्याल आकर न जाए, तो क्या करें?

ज़िंदगी की रफ़्तार हाथों से फिसलती रेत जैसी है,
दूरियों का यह सफर कब खत्म होगा,
ना जाने वो पल किस वक़्त के पीछे छिपा बैठा है।

अगर कभी फ़ुर्सत मिले, तो मुड़कर देख लेना,
मुझे अब भी तेरा प्यार पाने की चाहत है।

उसकी मोहब्बत पर मेरा हक़ तो नहीं,
पर दिल करता है कि उम्रभर उसका इंतज़ार करूँ।

दिल से दूरियाँ बना कर पूछते हैं,
“तू रातों में सोता क्यों नहीं?”
इतनी फिक्र है मेरी,
तो फिर मेरे ही क्यों नहीं?

ज़िंदगी की हलचल में कब तुझसे दूर हुए, पता ही न चला,
तुझसे मिलने के बाद ये अहसास हुआ,
कि तुझसे कितना दूर थे, पता ही न चला।

अब उम्मीद भी क्या करें तुझसे,
जब मेरी तक़दीर ही बेवफ़ा बन गई!

मोहब्बत ऐसी थी कि उनको बताई न गई,
चोट दिल पर थी, इसलिए दिखाई न गई,
चाहते नहीं थे उनसे दूर होना,
पर दूरी इतनी थी कि मिटाई न गई।

बस ये आख़िरी मंज़िल है मेरी ज़िंदगी की,
अब न दूर होंगे, कसम है तेरे प्यार की।

हजारों चेहरों में उसकी झलक मिली मुझको,
पर दिल भी ज़िद पर अड़ा था,
कि अगर वो नहीं, तो उसके जैसा भी नहीं।

तुझे न पाने का गिला भी किससे करें हम?
जब क़िस्मत लिखने वालों ने
अपनी स्याही की क़द्र कर ली हो।

क्या यही इरादा था तेरे दिल में कि मुझसे दूर होना है?
पहले ही बता देते,
तुझे इतनी तकलीफ़ न होने देते हम।

जिस तरह समंदर लहरों को किनारों से दूर कर देता है,
उसी तरह तू भी कहकर गया था कि लौटेगा,
पर लहरें तो वापस आ जाती हैं,
तू क्यों नहीं?

ज़िंदगी और मौत का अपना अलग अंदाज़ होता है,
तू पास हो तो ज़िंदगी,
और दूर हो तो मेरी मौत होती है।

पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
अकेले थे हम, अकेले ही रह जाते हैं,
इस दिल का दर्द दिखाएँ भी तो किसे,
क्योंकि मलहम लगाने वाले ही ज़ख्म दे जाते हैं।

सपनों में आया था जो हमसफ़र बनके,
क्यों गया फिर वो हमसे बेवफ़ाई करके?

फेसबुक ने दूरियाँ बढ़ा दी हैं उनसे,
पहले हमारे ही चेहरे को पढ़ते थे वो,
अब फेसबुक की किताब में
अलग-अलग चेहरे ढूंढते हैं वो।

जल्दी-जल्दी वो हमसे दूर हुए,
परदेश जाने की चाह में,
उनके जाते ही चाहत ऐसी बढ़ी,
हमने जीना ही छोड़ दिया उनके प्यार में।

तन्हा रहना तो सीख लिया,
पर खुश ना कभी रह पाएंगे,
तेरी दूरी तो सह लेता ये दिल मेरा,
पर तेरे प्यार के बिना ना जी पाएंगे।

वो चाँदनी रातें, वो यादों का मिलना,
रात के 11 बजे, मुहर्रम का महीना,
कभी सोचा ना था, भूल जाएगी तू,
एक दिन उन यादों को भी संभालना।

दूरियों की ना परवाह कीजिए,
दिल जब भी पुकारे, बुला लीजिए,
कहीं दूर नहीं हैं हम आपसे,
बस अपनी पलकों को आँखों से मिला लीजिए।

सज़ा ना दे मुझे, बेक़सूर हूँ मैं,
थाम ले मुझको, ग़मों से चूर हूँ मैं,
तेरी दूरी ने कर दिया है पागल मुझे,
और लोग कहते हैं कि मगरूर हूँ मैं।

तेरी बेरुख़ी ने छीन ली हैं शरारतें मेरी,
और लोग समझते हैं कि मैं सुधर गया हूँ…!!!

उनकी दूरियों की रंगीन हैं ये बातें,
मिलकर भी जुदा हैं हमें ये रातें,
पर दिल से जुड़ा है गहरा रिश्ता हमारा,
दूर होने पर भी वो दिल के पास है हमारा।

तेरे लिए खुद को मजबूर कर लिया,
जख्मों को हमने अपने नासूर कर लिया,
मेरे दिल में क्या था, ये जाने बिना,
तूने खुद को हमसे कितना दूर कर लिया।

बहुत भीड़ हो गई है लोगों के दिलों में…
इसलिए आजकल हम अकेले ही रहते हैं…!

ग़म में तो हम भी डूबे हुए हैं जनाब,
ये मुस्कुराहट तो सिर्फ दिखाने का है।

बस एक भूलने का हुनर ही तो नहीं आता…
वरना भूलना तो हम भी बहुत कुछ चाहते हैं…!

काश ये दिल बेजान होता…
न किसी के आने से धड़कता,
न किसी के जाने से तड़पता…!

हम बताएंगे भी नहीं, जताएंगे भी नहीं,
दूरी बना कर रखेंगे, मिटाएंगे भी नहीं।

गलतफहमियों से दूरियाँ बढ़ गई हैं वरना,
फितरत का बुरा तू भी नहीं और मैं भी नहीं!

रिश्तों में दूरियां कभी इतनी मत बढ़ा लेना,
के दरवाज़ा खुला हो फिर भी खटखटाना पड़े।

कभी एहसासों को मरने मत देना,
कभी दिलों के बीच सन्नाटे न बसने देना।
थोड़ा झुककर, थोड़ा संभलकर चलना,
रिश्तों को बस यूं ही सुलगने मत देना।

दूरियां अगर बढ़ भी जाएं, तो आवाज़ देना,
एक बार पुकारोगे तो हम लौट आएंगे।
मोहब्बत की राह में फासले नहीं मायने रखते,
बस तुम एक बार मुस्कुरा देना, हम फिर से पास आ जाएंगे।

Frequently Asked Question

What is “Dooriyan Shayari” in Hindi?

“Dooriyan Shayari” refers to poetry that expresses emotions related to distance, separation, and longing in relationships. It can be about love, friendship, or family bonds affected by distance.

Why do people search for “Dooriyan Shayari”?

People look for this type of Shayari to express their feelings of separation, whether it’s due to a breakup, long-distance relationship, or emotional detachment from someone special.

Can I use these Shayaris for my loved ones?

Yes, you can share these Shayaris with your loved ones through social media, messages, or personal notes to express your emotions beautifully.

Are these Shayaris only about sadness?

No, while most “Dooriyan Shayari” expresses sadness, some also highlight the beauty of longing and the strength of love despite the distance.

Where can I find the best “Dooriyan Shayari” in Hindi?

You can find high-quality Shayaris on poetry websites, social media platforms, Hindi literature blogs, or dedicated Shayari apps.

Can I use “Dooriyan Shayari” for captions and WhatsApp statuses?

Absolutely! Many people use these Shayaris as Instagram captions, WhatsApp statuses, and Facebook posts to reflect their emotions.

Is “Dooriyan Shayari” only for romantic relationships?

No, it can be for any relationship where distance is felt, including friendships, family bonds, and even philosophical reflections on life.

Conclusion

Dooriyan Shayari” is a beautiful form of expression for those who are experiencing distance or separation in their relationships, be it romantic, familial, or platonic. These poetic lines allow people to convey the emotions of longing, pain, and even the bittersweet beauty of being apart from loved ones. Whether used in messages, social media captions, or personal notes, this Shayari serves as a bridge between hearts, expressing feelings that words alone may fail to convey.

From sad expressions of heartache to uplifting realizations of love’s resilience, “Dooriyan Shayari” resonates with many who have experienced the challenges of being away from someone special.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top